रहे सावधान सोशल साइट्स पर





      क्या आपने हाल ही में अपने फेसबुक प्रोफाइल की कलर स्कीम बदली है? अगर हां, तो फिर सावधान हो जाए आपके फेसबुक अकाउंट में वायरस आ चुका है
फेसबुक प्रोफाइल 'कलर चेंज' मालवेयर एक बार फिर से वापस आ चुका है। ये वायरस पहले ही दुनिया भर के करीब 10,000 फेसबुक यूजर्स के अकाउंट में घुस चुका है।

इस मालवेयर को फेसबुक द्वारा ठीक किया जा चुका था लेकिन एक बार फिर ये वायरस यूजर्स के अकाउंट को हैकर के लिए वापस आ चुका है   





              




                     अनजान व्यक्ति को फेसबुक फ्रेंड बनाया हो तो जान लीजिए ये खतरा

              अगर आप रोज फेसबुक पर ऑनलाइन‌ होकर अनजान लोगों से अपनी दोस्ती बढ़ा रहे हैं               तो आपको इंटरनेट फिशिंग का खतरा अधिक है। अगर आप ये जानें बिना किसी व्‍‌यक्ति               की फ्रेंड रिक्यूएस्ट को स्वीकर कर लेते हैं कि वो व्यक्ति कौन है, तो फिर सोशल मीडिया               पर आप फिशिंग हमले के भी शिकार हो सकते हैं।
              आपको बैंक से एक ई-मेल आता है। इस ई-मेल में कोई जरूरी संदेश लिख होता है और                 साथ ही ये बात भी लिखी होती है कि यहां‌ क्लिक करके अभी अपना अकाउंट चेक करें।                 ई-मेल में भेजे गए लिंक पर क्लिक करके बैंक की वेबसाइट खुल जाती है।

              जब वेबसाइट खुलती है लॉगइन करने के लिए आप अपना यूजर-आईडी और पासवर्ड डाल               देते हैं और बन जाते हैं फिशिंग के शिकार।

              भेजा गया संदेश कुछ भी हो सकता है, कोई नई आकर्षक स्कीम या कोई अन्य सुविधा                 की घोषणा या फिर केवल खाता चेक करने का निर्देश। दी गई वजह इतनी उचित या                  सटीक होती है कि आपको तुरंत उस वेबसाइट पर लॉगइन करने की इच्छा करती है।

             दरअसल ऐसे ईमेल फर्जी होते हैं। जिनको आपकी बैंक नहीं बल्कि किसी जालसाज द्वारा                भेजा जाता है। जब आप फर्जी ईमेल के लिंक पर क्लिक करते है तो ये बैंक की वेबसाइट                पर नहीं ‌किसी अन्य साइट पर जाते हैं।

             खुलने वाली नकली साइट हू-बहू आपकी बैंक वेबसाइट जैसी दिखती है। ऑनलाइन की इस              ठगी को फिशिंग कहते हैं।



































































































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